अब अध्यापक खुल कर बोलें, हमको सिर्फ़ पढ़ाने दो। शौचालय मजदूर बनायें, हमको सिर्फ पढ़ाने दो।
पंगत हलवाई करवाये ,हमको सिर्फ पढ़ाने दो।
करे सफाई नगर पालिका, हमको सिर्फ पढ़ाने दो।
खाना बांटे फ़ूड ऑफिसर, हमको सिर्फ पढ़ाने दो।
बंटे आयरन मेडिकल से, हमको सिर्फ पढ़ाने दो,
वोटर को निर्वाचन जाने, हमको सिर्फ पढ़ाने दो,
सबको दो सुविधायें एक सी, हमको सिर्फ पढ़ाने दो।
हमको टुकड़ों में मत बांटो हमको सिर्फ पढ़ाने दो।
शिक्षा को अव्वल कर देंगे, हमको सिर्फ पढ़ाने दो।
घर घर विद्धवान भर देंगे, हमको सिर्फ पढ़ाने दो।
अब अध्यापक खुलकर बोलें हमको सिर्फ पढ़ाने दो।
निजीकरण का धंधा रोको, हमको सिर्फ पढ़ाने दो,
बीच बीच मे हमे न टोको, हमको सिर्फ पढ़ाने दो।। –
Mohit Vats