कलायत: नए शैक्षणिक सत्र में कलायत में बेटियों को सरकारी कालेज में प्रवेश मिलेगा या फिर पूर्व की भांति ही इसे जन सहयोग से चलाया जाएगा इसमें अभी तक भी ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। कालेज प्रबंधन समिति भी इस बात को लेकर परेशान है कि अब जबकि कई कालेजों में आने वाले शैक्षणिक सत्र में प्रवेश देने के लिए प्रक्रिया शुरू होने वाली है मगर उनके पास अभी तक किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं की कालेज सरकारी हो गया है या नहीं। श्रीकपिल मुनि सलाहकार मन्नू कपूर व कोषाध्यक्ष राजेंद्र गर्ग ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार व उच्चतर शिक्षा द्वारा विभाग प्रबंधन समिति को पूरी जानकारी उपलब्ध करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार द्वारा इस वर्ष कालेज में बेटियों को सरकारी कालेज के तौर पर प्रवेश नहीं दिया जा रहा तो ऐसी स्थिति में जिस प्रकार से पिछले करीब 14 वर्षों से जन सहयोग से कालेज प्रबंधन समिति द्वारा छात्राओं को शिक्षा प्रदान करता आ रहा है उसी प्रकार इस शैक्षणिक सत्र में भी प्रवेश देने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन को चाहिए कि वह समय रहते कालेज प्रबंधन समिति को कालेज के सरकारी होने बारे जानकारी उपलब्ध करवाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि कालेायत में गत वर्ष 13 अगस्त को आयोजित विकास उत्सव रैली में प्रबंधन समिति तथा लोगों द्वारा आग्रह किए जाने पर महिला शिक्षा के लिए मील का पत्थर साबित हो रहे कालेज को बिना शर्त सरकारी कालेज क दर्जा दिए जाने की घोषणा की हुई है। अब जबकि कई महाविद्यालयों में आगामी शैक्षणिक सत्र में प्रवेश के लिए आवेदन फार्म जमा करवाने की प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी मिल रही है वहीं इस कालेज की स्थिति स्पष्ट न होने से छात्राओं के साथ अभिभावकों को भी परेशानी में डाला हुआ है। बेटियों के साथ अभिभावकों का भी कहना है कि सरकार व उच्चतर शिक्षा विभाग को ठोस कदम उठा इस वर्ष इस कालेज में सरकारी तौर पर ही छात्राओं को प्रवेश दिया जाना चाहिए ताकि सरकार द्वारा कालेजों में दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ इस क्षेत्र की लड़कियों को भी मिल सके।