मेवात(बिलाल अहमद):नूह जिले की सड़कों पर यातायात नियमों को ताक पर रखकर अवैध डग्गामार वाहन चल रहे हैं। जिन्हें न तो पुलिस प्रशासन का खौफ है और न ही किसी हादसे का डर। चंद पैसों के लालच में यात्रियों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। इस वाहनों में आटो भी शामिल है। शहरों में आटो चालकों की बाढ़ सी आ गई है। जिधर देखो वहां आटो का जमावड़ा लगा मिल जाएगा। इससे जहां अतिक्रमण की समस्या बढ़ रही है वहीं दूसरी ओर रोडवेज विभाग का नुकसान भी हो रहा है। इन सवारी वाहन चालकों ने अपने वाहनों का समय रोडवेज बसों के हिसाब से निर्धारित कर रखा है। बसें हटते ही ये अपने वाहन को बस अड्डे पर खड़ा कर सवारियों की तलाश शुरू कर देते हैं। फिर शुरू होता है सवारियों को वाहन में भूसे की तरह भरने का सिलसिला। थोड़े से पैसे के लालच में ये यात्रियों को छत व वाहन की साइड में भी लटका कर चलते हैं। ज्यादातर रूटों पर इनका यही हाल है। मजबूरी में भी यात्रियों को इनमें सफर करना पड़ रहा है। सवारी वाहनों में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाकर हर समय किसी बड़े हादसे को न्योता देते हैं। लेकिन इसे लेकर पुलिस प्रशासन गंभीर नहीं है। नियम ताक पर रखकर चल रहे इन वाहनों पर आज तक पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। पुलिस की कार्रवाई मात्र खानापूर्ति तक ही सीमित रही है। ऑल इंडिया सोशल क्राइम एंड एंटी करप्शन आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जफरुद्दीन गुमल व ग्रामीण विकास निगरानी समिति के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष बिलाल अहमद रिटायर्ड SP हरियाणा पुलिस मोहम्मद इशाक खान सहित कई जागरूक लोगो ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस जानबूझकर इन वाहन चालकों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। क्षेत्रवासियों को परिवहन सुविधा देना गलत नहीं है। लेकिन नियमों पर अवहेलना व यात्री के साथ बदसलूकी करना गलत है। जो इन वाहन चालकों की आदत बन चुकी है। हम पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द इन डग्गामार वाहन चालकों पर ठोस कार्रवाई की जाए।