कैथल: जिला उपायुक्त श्री संजय जून ने कहा कि योग प्राचीन काल से ही हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग रहे हैं। योग एक ऐसी विधा है, जिससे व्यक्ति की जीवन शैली में सुधार आने से मानसिक व शारीरिक रूप से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। योग से मानसिक शांति मिलने के साथ-साथ व्यक्ति की कार्य क्षमता में बढ़ोत्तरी होती है।
श्री संजय जून आज स्थानीय आरकेएसडी कालेज के स्टेडियम में स्वर्ण जयंती के उपलक्ष में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय योग प्रतियोगिता का शुभारंभ करने के बाद उपस्थित योग खिलाडिय़ों को संबोधित कर रहे थे। उपायुक्त ने उपमंडलाधीश मंदीप कौर, खेल विभाग की सहायक निदेशिका श्रीमती सुषमा तंवर के साथ तीन दिवसीय राज्य स्तरीय योग प्रतियोगिता का दीप प्रज्ज्वलित करके शुभारंभ किया। इस तीन दिवसीय योग प्रतियोगिता में 21 जिलों के 450 योग खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिसमें 226 लडक़े तथा 224 लड़कियां शामिल हैं। उपायुक्त ने कहा कि योग जीवन पर्यंत किया जा सकता है तथा योग पर आयु का कोई ज्यादा फर्क नही पड़ता। उन्होंने उपस्थितगण का आह्वान किया कि वे योग को अपने जीवन में आत्मसात करने के साथ-साथ जनमानस को भी योग अपनाने बारे जागरूक करें।
उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि योग से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलने के साथ-साथ उसे दिनभर काम के साथ जोडक़र रूचि के साथ काम करने की प्रेरणा मिलती है। योग को अपने जीवन का अंग बनाकर जीवन को सफल बनाएं। उपायुक्त ने कहा कि प्रतियोगिताओं में जीत के साथ-साथ हार भी जुड़ी हुई है, लेकिन इस क्षेत्र में निरंतर अभ्यास और योग साधना से सफलता भी अवश्य मिलेगी। हार-जीत एक निरंतर प्रक्रिया है। उन्होंने खिलाडिय़ों से कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलें तथा सभी खिलाड़ी आपसी प्रेम और भाईचारे का वातावरण कायम रखते हुए स्वस्थ प्रतियोगिता की भावना को हर हालत में कायम रखें। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से सभी खिलाडिय़ों के लिए ठहरने, खाने तथा खेलने के लिए अच्छी व्यवस्था करने का प्रयास किया है, लेकिन फिर भी यदि किसी खिलाड़ी को किसी भी प्रकार की परेशानी महसूस हो तो वे अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। विभाग द्वारा उपायुक्त तथा उपमंडलाधीश को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
खेल विभाग की सहायक निदेशिका श्रीमती सुषमा तंवर ने उपायुक्त व अन्य अतिथिगण का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य स्तरीय योग प्रतियोगिता पिछले 20 वर्षों से आयोजित की जा रही है। इन प्रतियोगिताओं के कारण खिलाडिय़ों का रूझान योग के प्रति बढ़ा है। प्रत्येक जिला में योग खिलाडिय़ों की संख्या पहले से ज्यादा होने के कारण राज्य स्तर पर भी प्रतिभागियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने बताया कि इस तीन दिवसीय योग प्रतियोगिता में चार आयु वर्ग में मुकाबले करवाए जाएंगे, जिसमें 8 से 12 वर्ष, 12 से 15 वर्ष, 15 से 19 वर्ष तथा 19 से 25 वर्ष आयु वर्ग में मुकाबले होंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के लिए गांव स्तर पर व्यायामशालाएं स्थापित की जा रही हैं। विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा व्यायामशालाओं का निर्माण करवाया जा रहा है तथा खेल विभाग द्वारा इन व्यायामशालाओं में अनुबंध आधार पर वोलिंटियर्स तैनात किए जाएंगे।
विभाग के कबड्डी प्रशिक्षक जसवंत सिंह ने सभी अतिथियों व योग साधकों का स्वागत करते हुए कहा कि जिला कैथल में प्रथम बार राज्य स्तरीय योग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। विभाग द्वारा सभी प्रतिभागियों के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा लगातार खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिला में विभाग के प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न खेलों के खिलाडिय़ों की प्रतिभा को तराशने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिला के अनेक खिलाडिय़ों ने विभिन्न स्तरों पर आयोजित प्रतियोगिता में पदक हासिल करके जिला व प्रदेश का नाम रोशन किया है। योग प्रतिभागियों ने उपायुक्त तथा उपमंडलाधीश को बैज लगाकर कैप भेंट की।
इस अवसर पर जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी श्री कर्मचंद, श्री मनी राम, एडवोकेट अशोक, चेतन, निर्मला, शीशपाल, रामकुमार सहित विभाग के विभिन्न खेलों के प्रशिक्षक व 21 जिलों से पहुंचे योग साधक मौजूद रहे।