चंडीगढ़:खट्टर सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हाईकमान के तमाम आश्वासनों के बाद भी अभी तक असंतुष्ट विधायकों का रोष कम नहीं हुआ है। शायद यही वजह है कि सरकार व संगठन की ओर से बार-बार भाजपा विधायक दल की बैठक को स्थगित करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि 3 अप्रैल को दिल्ली के हरियाणा भवन में होने वाली भाजपा विधायक दल की बैठक को असंतुष्ट विधायकों के दबाव के कारण फिर स्थगित कर दिया गया है। सूत्रों की मानें तो असंतुष्ट विधायक पूर्व में सरकार व हाईकमान की ओर से दिए गए आश्वासनों को अमल में लाने की मांग कर रहे हैं। चर्चाओं के तहत बैठक में असंतुष्टों के हंगामे के कारण पार्टी हाईकमान को विधायक दल की बैठक को स्थगित करने का फैसला लेना पड़ा है।
सूत्रों की मानें असंतुष्ट गुट के अधिकांश विधायकों ने विधायक दल की बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन के पास पहुंचने के बाद बैठक को स्थगित करना मुनासिब समझा गया। चर्चाओं पर यकीन करें तो असंतुष्ट विधायकों का कहना है कि ऐसी बैठकों का तब तक कोई लाभ नहीं है जब उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता। सत्ता के गलियारे में चल रही चर्चाओं पर यकीन करें तो असंतुष्ट विधायक अपनी मांगों को लेकर सरकार और हाईकमान पर दबाव बनाने में लगे हुए हैं।
विधायकों का कहना है कि जब तक मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल नहीं किया जाता और बेलगाम अफसरशाही को नहीं बदला जाता तब तक उनका रोष बरकरार रहेगा। हरियाणा भाजपा के मीडिया प्रमुख राजीव जैन ने कहा कि 3 अप्रैल को होने वाली विधायक दल की मीटिंग 6 अप्रैल को बूथ स्तर की मीटिंग के कारण स्थगित की गई है। उन्होंने कहा कि इस मीटिंग के लिए सभी मंत्री-विधायकों की ड्यूटी लगाई गई है, ऐसे में अब भाजपा विधायक दल की मीटिंग उसके बाद रखी जाएगी।